Wednesday, June 4, 2008

कम हो रहे है मीडिया घराने

एक अन्य वक्ता ने अपने मत में कहा कि इस तरह के उठापटक से मिडिया का माहौल ख़राब हो रहा है पर्यावरण का विनाश हो रहा है अब मिडिया घराने घट रहे है पहले चोबिस घराने थे जो आज के दिन तेरह ही रहे है इसका कारन पत्रकारिता की विश्वसनीयता की कसौटी पर है उन्नीस सौ इक्रयासी में एक न्यूज़ चैनल है जो आज तेरह हो गए है ब्राडबैंड और इंटरनेट से दायरा बढ़ रहा है इडिया घराने कई ज्यादा प्रयास कर रहे है प्रिंट मिडिया की स्थिति टीवी से ज्यादा प्रभावित हो रही है मगर दूसरी तरफ़ अखबारों क प्रति लोगों में रुचि बढ़ी है बड़े अखबार छोटे अखबारों को प्रभावित कर रहे है और उनकी दशा डर रोज बिगड़ती जा रही है ऐसी स्थिति में ये समाज का दायित्व है कि वे उन अखबारों को प्रोत्सहीत करें.

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